पीएम मोदी ने कहा सत्ता लाभ का नही सेवा का माध्यम

पीएम मोदी ने आज भाजपा के ‘सेवा ही संगठन’ कार्यक्रम को सम्बोधित किया। जिसमे उन्होंने कहा कि जनसंघ और बीजेपी के जन्म का मूलतः उद्देश्य ही यही था कि हमारा देश सुखी कैसे बने, समृद्ध कैसे बने। इसी मूल प्रेरणा के साथ, भारतीयता की प्रेरणा के साथ, सेवा की भावना के साथ हम राजनीति में आये। उन्होंने कहा की हम लोगों ने राजनीति में सत्ता को सेवा का माध्यम माना। हमने कभी भी सत्ता को अपने लाभ का माध्यम नहीं बनाया। निःस्वार्थ सेवा ही हमारा संकल्प रहा है, हमारे संस्कार रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि एक ऐसे समय में जब दुनिया में सब अपने आपको बचाने में लगे हों, आप सबने अपनी चिंता छोड़कर खुद को गरीबों, जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित कर दिया है। ये सेवा का बहुत बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि जिसकी हम सेवा करते हैं, उसका सुख ही हमारा संतोष है। इसी भावना से गरीबों के प्रति, इसी समभाव और ममभाव से हमारे कार्यकर्ताओं ने इतने कठिन समय में सेवा ही संगठन का इतना बड़ा अभियान चलाया।

पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की नजरों में आप कोरोना काल में काम कर रहे थे, लेकिन मैं अपनी बात करूं तो आप खुद को कसौटी पर कस रहे थे। आप अपने आदर्शों के बीच खुद को तपा रहे थे। एक आफत आई तो आपने उसको अवसर में बदल दिया।अवसर ये कि आप ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा कर सकें, ज्यादा से ज्यादा लोगों की तकलीफ कम कर सकें, उन्हें इस मुसीबत से उबार सकें। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के इतने सांसद हों, हजारों विधायक हों, फिर भी वो पार्टी और उसका कार्यकर्ता सेवा को प्राथमिकता दे, सेवा को ही अपना जीवन मंत्र माने, भाजपा के कार्यकर्ता के नाते मुझे बहुत गर्व होता है कि हम सब ऐसे संगठन के सदस्य हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए हमारा संगठन चुनाव जीतने की सिर्फ मशीन नहीं है, हमारे लिए हमारा संगठन का मतलब है ‘सेवा’। हमारे लिए हमारे संगठन का मतलब है- ‘सबका साथ’ हमारे लिए हमारे संगठन का मतलब है- ‘सबका सुख, सबकी समृद्धि’ हमारा संगठन समाज हित के लिए काम करने वाला है। उन्होएँ कहा कि हमारे समाज में दूसरों के लिए कुछ करने की, सेवा भाव की बहुत बड़ी ताकत है। हमें समाज की इस ताकत को पूजने का कोई अवसर छोड़ना नहीं चाहिए। आपको संतोष होना चाहिए कि समाज ने हम सबको इस काम के लिए चुना है। सेवा करने के लिए ईश्वर ने हमें राह दिखाई है।

पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने साथ- Seven ‘S’ की शक्ति लेकर आगे बढ़ना चाहिए।

1- सेवाभाव,

2- संतुलन,

3- संयम,

4- समन्वय,

5- सकारात्मकता,

6- सद्भावना,

7- संवाद।

इन दिनों इस कोरोना की लड़ाई में भरपूर रूप से इसका प्रभाव दिखाई दिया है

पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा के सेवा कार्यक्रमों की इतनी बड़ी व्यापकता, इतनी बड़ी विविधता, इतने बड़े स्केल पर, इतने लंबे समय तक सेवा, मुझे लगता है कि ये मानव इतिहास का सबसे बड़ा सेवा यज्ञ है। कोरोना की लड़ाई में इस सेवा यज्ञ ने बहुत बड़ी ताकत दी है। एक राजनीतिक दल के रूप में आपने जो काम किया, उसके लिए आप बधाई के पात्र हैं। समाज की अन्य संगठनों ने भी अच्छा काम किया है, वे भी अभिनंदन के अधिकारी हैं। कोरोना संकट में हमारा ये महायज्ञ, ये सेवा यज्ञ रुकना नहीं जाहिए। महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई रुकनी नहीं चाहिए। कोरोना संकट में हमें खुद भी सावधानी रखनी है और दूसरों को भी जागरूक करते रहना है।